बसपा की 403 उम्मीदवारों की सूची में 107 सवर्ण
बसपा की 403 उम्मीदवारों की सूची में 107 सवर्ण
लखनऊ. 15 जनवरी 2012
उत्तर प्रदेश में मायावती की सोशल इंजीनियरिंग का फार्मूला कितना काम आएगा, इस सवाल
पर सबकी नज़रे लगी हुई हैं. मायावती ने अपने जन्मदिन पर जिन 403 उम्मीदवारों की
सूची जारी की है, उसमें खास तौर पर सवर्णों को जितनी जगह दी गई है, उसे लेकर अटकलों
का बाज़ार गरम है.
मायावती ने उत्तर प्रदेश में बसपा के उम्मीदवारों की जो सूची जारी की है, उसमें 107
सवर्ण उम्मीदवार शामिल हैं. इसके उलट इस सूची में केवल 88 अनुसूचित जाति के
उम्मीदवार हैं और मुसलमानों की संख्या भी केवल 85 है. सवर्णों की 107 सीटों के
मुकाबले केवल अति पिछड़ा वर्ग ही ऐसा है, जिसे सवर्णों से 4 सीटें अधिक कुल 113
उम्मीदवारों को जगह मिली है. बसपा ने जिन सवर्ण उम्मीदवारों का नाम जारी किया है,
उनमें 74 ब्राह्मण हैं.
मायावती ने अपने जन्मदिवस पर पत्रकारों को संबोधित करते हुये कहा कि पिछले विधान
सभा चुनाव में हमारी पार्टी के भोले- भाले लोगों को झांसे में रखकर गलत लोग दूसरी
पार्टियों को छोड़कर हमारी पार्टी से टिकट लेने में क़ामयाब हो गए थे. लेकिन इस बार
पार्टी ने ऐसी स्थिति नहीं बनने दी है.
हालांकि मायावती परिवारों को उपकृत करने में पीछे नहीं रही हैं. मायावती ने स्वामी
प्रसाद मौर्य को तो टिकट दी ही है, उनके बेटे उत्कृष्ट मौर्य और बेटी संघमित्रा
मौर्य को भी बसपा ने अपना उम्मीदवार बनाया है. परिवार के लोगों को ही टिकट देने का
यह अनूठा उदाहरण है.
लेकिन मायावती ने कम से कम 100 विधायक या मंत्रियों को बाहर का रास्ता भी दिखा दिया
गया है. बसपा ने इनकी टिकट काटने के पीछे तर्क भी दिया है. बसपा सुप्रीमो मायावती
का कहना है कि इस चुनाव में उनकी पार्टी ने केवल साफ छवि वाले प्रत्याशियों को ही
टिकट दिया है.