मैरीकॉम की ओलंपिक यात्रा खतरे में
मैरीकॉम की ओलंपिक यात्रा खतरे में
नई दिल्ली. 17 मई 2012
तो क्या मैरीकॉम का लंदन
ओलंपिक में जाना टल सकता है? अगर ऐसा हुआ, जिसकी आशंका प्रबल है; तो यह महिला
मुक्केबाजों के लिये किसी गहरे सदमे से कम नहीं होगा. बुधवार को विश्व
चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में दूसरी वरियता
प्राप्त खिलाड़ी निकोला एडम्स से हारने के बाद मणिपुर की एमसी मैरीकॉम फिलहाल ओलंपिक टिकट से दूर हो गई हैं. उनके पास अब केवल एक ही उपाय
है कि निकोला एडम्स अपना सेमी फाइनल मैच जीत जायें, जिसके बाद मैरीकॉम का ओलंपिक का
रास्ता प्रशस्त होगा.
11-13 से यह मुकाबला हारने के बाद मैरीकॉम ने कहा कि मैंने अपनी तरफ से जीतने की
पूरी कोशिश की लेकिन हार गई, बताइए क्या कर सकते हैं. मुझे नहीं पता कि अब आगे मेरे
लिए जगह बन पाएगी या नहीं. मैं इस बारे में सोचना भी नहीं चाहती.
पिछले 10 सालों में यह पहला अवसर होगा जब पांच बार की विश्वविजेता एमसी मैरीकॉम को
खाली हाथ लौटेंगी. पहली बार लंदन ओलंपिक से ही महिलाओं की 51, 60 और 75 किलो के भार
की मुक्केबाजी प्रतियोगिता रखी गई है. 51 किलो भार वर्ग में दो स्थानों में से एक
पर पहले से ही चीन की रेन कैंकन कब्जा जमाए हुये हैं.
क्वार्टर फाइनल मुकाबलों की दोनों विजेता निकोला एडम्स और एलिना सावेलयेवा सेमी
फाइनल में अपना जोर दिखाएंगी. अगर निकोला एडम्स यह मुकाबला जीत जाती हैं तो फिर
मैरीकॉम लंदन ओलंपिक में जा पाएंगी.