ऋषभ हत्याकांड में तीन सगे भाइयों को फांसी
ऋषभ हत्याकांड में तीन सगे भाइयों को फांसी
मुजफ्फरपुर. 26 मई 2012
मुजफ्फरपुर के ऋषभ राज हत्याकांड में अदालत ने तीन सगे भाइयों को फांसी की सजा
सुनायी गयी है. इस हत्याकांड के आरोपी दो भाई अभी भी फरार हैं. तृतीय अपर सत्र
न्यायधीश अरुण कुमार सिंह की अदालत ने इस हत्याकांड के एक अन्य आरोपी को आजीवन
कारावास की सजा सुनाई है.
गौरतलब है कि बोचहां के मैदापुर गांव के रहनेवाले दिलीप चौधरी के चार साल के बेटे
ऋषभ राज का 8 अगस्त 2006 को अपहरण हो गया था. बाद में उनके पड़ोसी चौधरी परिवार के
घर से उसकी लाश बरामद हुई थी. पड़ोसी चौधरी परिवार ने ऋषभ राज की हत्या कर दी थी और
फिर घर से फरार हो गये थे. इस मामले में जब आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं
हुयी तो ऋषभ राज के माता-पिता ने 6 बार राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से
मुलाकात की, उसके बाद कहीं जा कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई हुई.
इस मामले में पुलिस ने राधेश्याम चौधरी, घनश्याम चौधरी, कृष्ण चौधरी, चंदन चौधरी,
विनोद चौधरी व विश्वनाथ चौधरी के खिलाफ मामला दर्ज किया था. मुख्यमंत्री के
हस्तक्षेप के बाद चंदन चौधरी, विनोद चौधरी, राधेश्याम चौधरी व विश्वनाथ चौधरी को
गिरफ्तार किया गया. मुकदमा 6 साल चला और फिर शुक्रवार को इस मामले में सजा सुनाई
गई.तीन सगे भाइयों चंदन चौधरी, विनोद चौधरी, राधेश्याम चौधरी को फांसी की सजा सुनाई गई,
जबकि विश्वनाथ चौधरी को आजीवन कारावास व एक लाख रुपये जुर्माने की सजा सुनाई गई.