सोनिया को पीएम बनाने कलाम ने कर ली थी तैयारी
सोनिया को पीएम बनाने कलाम ने कर ली थी तैयारी
नई दिल्ली. 30 जून 2012
भारत के पूर्व राष्ट्रपति एपीजे कलाम ने कहा है कि उन्हें 2004 में सोनिया
गांधी को प्रधानमंत्री बनाये जाने को लेकर कोई ऐतराज नहीं जताया था. कलाम का दावा
है कि राजनीतिक पार्टियों के भारी दबाव के बावजूद सोनिया गांधी को प्रधानमंत्री पद
की शपथ दिलाने के लिए वे पूरी तरह तैयार थे. कलाम के अनुसार उनके समक्ष संवैधानिक
रूप से मान्य एकमात्र विकल्प सोनिया गांधी ही थीं. अपनी नई किताब 'टर्निंग पॉइंट्स'
के में कलाम ने यह रहस्योद्घाटन किया है. इससे पहले भाजपा दावा करती रही है कि
सोनिया गांधी को शपथ दिलाने से एपीजे कलाम ने मना किया था और उन्होंने सोनिया गांधी
के विदेशी मूल के मुद्दे को उठाकर कांग्रेस से कोई और नाम प्रधानमंत्री पद के लिये
सुझाने को कहा था.
एपीजी कलाम ने शीघ्र प्रकाश्य अपनी किताब 'विंग्स ऑफ फायर' के दूसरे संस्करण में
लिखा है कि मई 2004 में हुए चुनाव के नतीजों के बाद सोनिया गांधी उनसे मिलने आई
थीं. राष्ट्रपति भवन की ओर से उन्हें प्रधानमंत्री बनाए जाने को लेकर चिट्ठी तैयार
कर ली गई थी.
कलाम के अनुसार- यदि सोनिया गांधी ने खुद प्रधानमंत्री बनने का दावा पेश किया होता,
तो मेरे पास उन्हें नियुक्त करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था. जाहिर है, कलाम यह
तय कर चुके थे कि उन्हें सोनिया गांधी को प्रधानमंत्री के पद की शपथ दिलानी है.
लेकिन मनमोहन सिंह का इस दृश्य में पदार्पण कलाम के लिये चौंकाने वाला था.
बकौल एपीजे कलाम- 18 मई 2004 को जब सोनिया गांधी मनमोहन सिंह को लेकर आईं, तो मुझे
आश्चर्य हुआ. सोनिया गांधी ने मुझे कई दलों के समर्थन के पत्र दिखाए. मैंने उनसे
कहा कि उनकी सुविधा के मुताबिक वह शपथ दिलाने को तैयार हैं. सोनिया ने बताया कि वह
मनमोहन सिंह को प्रधानमंत्री के पद पर मनोनीत करना चाहती हैं. ये मेरे लिए आश्चर्य
का विषय था और राष्ट्रपति भवन के सचिवालय को चिट्ठियां फिर से तैयार करनी पड़ीं.