तालिबानी हमले में घायल मलाला युसुफज़ई गंभीर
तालिबानी हमले में घायल मलाला युसुफज़ई गंभीर
इस्लामाबाद. 10 अक्टूबर 2012. बीबीसी
पाकिस्तान में लड़कियों की शिक्षा के लिए अभियान चलाने वाली 14 साल की लड़की मलाला
युसुफ़ज़ई की हालत गंभीर बनी हुई है. मलाला को मंगलवार को देश के उत्तर-पश्चिम में
स्वात घाटी में गोली मार दी गई थी. पहले बताया गया था कि वे खतरे से बाहर हैं लेकिन
अब डॉक्टर उसकी हालत नाजुक बता रहे हैं.
मलाला युसुफ़ज़ई पर क्षेत्र के मुख्य शहर मिंगोरा में हमला तब हुआ जब वो स्कूल से
घर वापस लौट रही थी. पाकिस्तानी तालिबान ने कहा है कि हमला उसने किया है. तालिबानी
प्रतिनिधि एहसानउल्लाह एहसान ने बताया कि मलाला पर इसलिए हमला किया गया क्योंकि वो
तालिबान के खिलाफ थी, धर्म निर्पेक्ष थी और उसे बख्शा नहीं जाएगा.
इधर पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली ज़रदारी ने कहा है कि इस हमले से इस्लामिक
चरमपंथियों से लड़ने की पाकिस्तान की प्रतिबद्धता पर असर नहीं पड़ेगा. वहीं
प्रधानमंत्री राजा परवेज़ अशरफ ने कहा, "हमें उस मानसिकता से लड़ना होगा जो हमले के
लिए ज़िम्मेदार है. हमें इसकी निंदा करनी होगी. मलाला मेरी बेटी की तरह है, वो आपकी
भी बेटी है. अगर ऐसी ही मानसिकता रही तो किसकी बेटी सुरक्षित रहेगी."
मलाला पहली बार सुर्खियों में वर्ष 2009 में आईं जब 11 साल की उम्र में उन्होंने
तालिबान के साए में ज़िंदगी के बारे में डायरी लिखना शुरु किया. इसके लिए उन्हें
वर्ष 2011 में बच्चों के लिए अंतरराष्ट्रीय शांति पुरस्कार के लिए नामांकित किया
गया था. पाकिस्तान की स्वात घाटी में लंबे समय तक तालिबान चरमपंथियों को दबदबा था
लेकिन पिछले साल सेना ने तालिबान को वहां से निकाल फेंका.