अफजल को फांसी दी तो भुगतोगे
अफजल को फांसी दी तो भुगतोगे
श्रीनगर. 23 नवंबर 2012
कश्मीर के अलगाववादी नेता
यासिन मलिक ने कहा है कि भारत सरकार अफजल गुरु को फांसी देने के गलत फैसले पर अमल
किया तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे. मलिन ने कहा है कि अफजल को फांसी देने का
मतलब होगा कश्मीर घाटी में एक बार फिर से हिंसा की वापसी और इसके लिये केवल और केवल
भारत सरकार जिम्मेवार होगी.
अजमल कसाब के बाद अब 2001 में संसद पर हुये हमले के आरोपी अफजल गुरु को फांसी दिये
जाने की मांग को लेकर यासिन मलिक ने कहा कि अफजल गुरु का मामला दूसरा है और उन्हें
बेवजह इस मामले में फंसाया गया है. ऐसे में अगर उनके खिलाफ कोई भी कार्रवाई होती है
तो कश्मीर में एक बार फिर से हिंसा की वापसी हो सकती है.
यासिन मलिक का कहना था कि कश्मीर घाटी अगर पिछले कुछ सालों से शांत है तो यह भारत
सरकार नहीं, अलगाववादी संगठनों के कारण संभव हो सका है लेकिन अफजल गुरु की फांसी की
मांग कर रहे भाजपा और कांग्रेस के नेता यह नहीं जानते कि उनकी मांग के कारण कश्मीर
की शांति खतरे में पड़ सकती है. उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार अफजल के बारे में
कोई भी 'गलत फैसला' करता है तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे.
गौरतलब है कि संसद पर 13 दिसंबर, 2001 को किये गये हमले के आरोपी अफजल गुरु की
फांसी का मामला हाल ही में राष्ट्रपति ने एक बार फिर से गृह मंत्रालय को वापस भेजा
है.