अन्ना के बयान से केजरीवाल परेशान
अन्ना के बयान से केजरीवाल परेशान
सांगली. 11 दिसंबर 2012
अन्ना हजारे की
बयानबाजियों से दुखी नवगठित आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने कहा कि
उन्हें अन्ना हजारे के रुख बदलने के कारण का पता नहीं है. पहले उन्होंने हमारी
पार्टी का समर्थन किया था. लेकिन दो दिनों में क्या हुआ, मुझे इसके बारे में पता
नहीं है.
गौरतलब है कि कभी अरविंद केजरीवाल को लालची, कभी महान और फिर सत्ता लोलुप बताने
वाले अन्ना हजारे के बयानों से केजरीवाल दुखी हो गये हैं. जब अरविंद केजरीवाल ने
पार्टी बनाने की घोषणा की तो उन्होंने कहा कि यह अन्ना की सहमति से किया गया है
लेकिन अन्ना हजारे ने पल्ला झाड़ लिया. अरविंद ने तब कहा कि अन्ना के पांच सिद्धांत
हमारे दल की नींव बनेंगे. अरविंद केजरीवाल ने स्पष्ट किया कि राजनीतिक दल बनाने के
मुद्दे पर अन्ना हजारे ने हमें सर्वे कराने के लिए कहा था. इसके लिए एसएमएस और
इंटरनेट इस्तेमाल करने का सुझाव उन्हीं का था. लेकिन राजनीतिक दल बनाने के नाम पर
ही दोनों के रास्ते अलग-अलग हो गये.
इसके बाद अन्ना हजारे ने कहा कि अरविंद केजरीवाल मनमानी करने वाले और सत्ता लोलुप
हैं. अन्ना ने कहा कि वे अच्छे उम्मीदवारों के पक्ष में चुनाव प्रचार ज़रुर करेंगे. अन्ना का कहना था कि वे राजनीतिक दल बनाने का विचार अरविंद केजरीवाल का था और वे इससे सहमत नहीं थे. मुंबई में एक कार्यक्रम में पहुंचे अन्ना हजारे ने कहा कि वे चाहते हैं कि देश के युवा चुनावों में 90 फीसदी वोट करके एक बेहतर उम्मीदवार का चयन करें.
अन्ना हजारे ने अरविंद केजरीवाल के निर्णय पर सवाल खड़े करते हुये कहा कि चुनाव लड़ने के लिए राजनीतिक पार्टी बनाने की कोई जरूरत नहीं है, लेकिन लोगों को एक विकल्प देना जरूरी है.फिर अन्ना हजारे ने कहा कि अरविंद की पार्टी को उनका नाम और फोटो का इस्तेमाल
नहीं करने दिया जायेगा. तब अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि हम अन्ना हजारे का सम्मान
करते हैं. वह हमारे गुरु और पिता समान हैं. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अन्ना की
तस्वीर और उनका नाम हमारे दिलों में छपा है. हम उनके चरण लगातार छूते रहेंगे और
उनसे आशीर्वाद लेते रहेंगे.
इसके बाद फिर अन्ना हजारे ने कहा कि वे अरविंद की पार्टी के उम्मीदवारों का प्रचार
करेंगे. अन्ना हजारे ने कहा कि मैं सिर्फ केजरीवाल के उम्मीदवारों के लिए प्रचार करुंगा.
उन्होंने कहा कि मैं केजरीवाल को जानता हूं. उन्होंने अपने लिए कुछ नहीं किया है. वह हर काम देश के लिए कर रहे हैं. हजारे ने हालांकि कहा कि वे केजरीवाल के उम्मीदवारों की भी निजी तौर पर जांच करेंगे और उपयुक्त उम्मीदवारों का ही समर्थन करेंगे.इस बयान के दो दिन बाद फिर अन्ना हजारे उबल पड़े और कहा कि अरविंद
केजरीवाल लालची हैं और वे उनकी पार्टी का प्रचार नहीं करेंगे.
अन्ना हजारे के इन बयानबाजियों से परेशान अरविंद हमेशा विनम्र मुद्रा में बने रहे
लेकिन सोमवार को उनकी पीड़ा सामने आ ही गई. नवगठित आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद
केजरीवाल ने कहा कि उन्हें अन्नाप हजारे के रुख बदलने के कारण का पता नहीं है. पहले
उन्होंने हमारी पार्टी का समर्थन किया था. लेकिन दो दिनों में क्या हुआ, मुझे इसके
बारे में पता नहीं है. वह हमारे साथ अब नहीं हैं. अगर हमने गलती की है तो हम उसे
ठीक करने के लिए तैयार है.
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अन्ना हमारी नैतिक ताकत हैं. वह हमेशा अच्छे काम के लिए
हम पर दबाव डालेंगे. मुझे उम्मीद है कि वह भविष्य में हमारे साथ दोबारा आएंगे.