टोनी ग्रेग की मौत से क्रिकेट जगत में शोक
टोनी ग्रेग की मौत से क्रिकेट जगत में शोक
लंदन. 29 दिसंबर 2012
इंग्लैंड क्रिकेट टीम के
पूर्व कप्तान और कमेंटेटर टोनी ग्रेग का 66 साल की उम्र में फेफड़ों के कैंसर से
निधन हो गया. ग्रेग इन दिनों ऑस्ट्रेलिया के टेलीविज़न चैनल 'चैनल नाइन' में बतौर
प्रस्तोता काम करते थे. इसके अलावा वे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट की कमेंटरी से भी
जुड़े हुये थे. ग्रेग के निधन से दुनिया भर के क्रिकेट प्रेमियों में शोक की लहर व्याप्त है.
दक्षिण अफ्रीका के क्वींसटाउन में जन्मे ग्रेग स्काटिश अभिभावक होने के कारण
इंग्लैंड के लिये खेल सके. उनके पिता स्काटलैंड के थे. उन्होंने 58 मैचों के टेस्ट
कैरियर में 3599 रन बनाये और 141 विकेट लिये. इसके अलावा 22 वनडे में 269 रन बनाये
और 19 विकेट चटकाये.
इंग्लैंड के शीर्ष अंतरराष्ट्रीय हरफनमौला ग्रेग ने कैरी पैकर को विश्व सीरिज
क्रिकेट शुरू करने में मदद की थी जिसमें इंग्लैंड, वेस्टइंडीज और पाकिस्तान के कई
क्रिकेटरों ने भाग लिया था. इसकी वजह से उन्हें इंग्लैंड की कप्तानी गंवानी पड़ी.
ग्रेग की कप्तानी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन टीम ने 1976-77 के भारत दौरे पर किया.
उन्हें इंग्लैंड के अब तक के सबसे बेहतरीन हरफनमौला खिलाड़ियों में से एक माना जाता
है.
इस साल श्रीलंका में ट्वेंटी-20 विश्वकप के बाद ऑस्ट्रेलिया लौटने पर ग्रेग को अपने
कैंसर के बारे में पता चला था. सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड के मुताबिक, ग्रेग के पुत्र
मार्क ने बताया है कि उनके पिता का कैंसर चौथे-चरण में पहुंच चुका था.
दो महीने पहले ही ऑस्ट्रेलिया-दक्षिण अफ्रीका के बीच क्रिकेट मैच की कमेंट्री के
दौरान ग्रेग ने अपनी बीमारी के बारे में जिक्र करते हुये कहा था कि ये अच्छा नहीं
है. सच ये है कि मुझे फेफड़ों का कैंसर हो गया है. अब देखना है कि वो डाक्टर क्या
कर सकते हैं.