फिल्मों से नहीं सीखते गाली-कमल हासन
फिल्मों से नहीं सीखते गाली-कमल हासन
चेन्नई. 9 जनवरी 2013 बीबीसी
पिछले दिनों बॉलीवुड पर
अश्लील गाने बनाने का आरोप लगाया गया जिसके बचाव मे इंडस्ट्री के कई दिग्गज सामने
आए. इस मुद्दे पर तमिल और हिंदी फिल्मों के प्रसिद्ध अभिनेता कमल हासन ने भी अपनी
राय दी. कमल के मुताबिक "आप भारत के गांव में जाइए वहां इस तरह की भाषा का इस्तेमाल
बड़े-बड़े उत्सवों में खुलेआम होता है. ये सिर्फ सिनेमा की देन नहीं है. बनारस और
तमिलनाड़ु जैसी जगहों पर जो बोला जाता है उसके मुकाबले फिल्मों में कुछ नहीं होता."
क्लिक करें फिल्मी गानों के बोल पर चल रही बहस पर कमल का कहना है, "मेरा यकीन मानिए
बच्चे जितनी भी बुरी भाषा या गालियां सीखते हैं वो फिल्मों से नहीं सीखते, अपने
बड़ों से सीखते हैं बगैर सिनेमा की मदद के."
दिल्ली में हुए सामूहिक बलात्कार के बाद कई विरोधों के बीच सिनेमा भी घेरे में आया
है जिस पर कमल हासन का कहना है, "सिनेमा केवल समाज का आईना है. पर हां हम सबको
मिलकर बदलाव लाना होगा. आप, मैं, न्यायपालिका, राजनेता सबको मिलकर परिवर्तन लाना
होगा."
कमल ने देश भर में चल रहे जनआंदोलन की बात करते हुए कहा, "बदलाव लाने में वक्त
लगेगा. मत भूलिए एक वक्त था जब हमारे देश में सती प्रथा को अच्छा माना जाता था.
दुल्हन आग में कूद जाती थी और हम उसे हीरोइन बना देते थे. अब तो मैं इस बारे में
बात भी करता हूं तो लोग हंसते हैं." कमल हासन की आने वाली तमिल फिल्म विश्वरुपम है
जो हिंदी में विश्वरुप के नाम से रिलीज होगी. फिल्म का निर्देशन भी कमल हासन ने ही
किया है.