भारत करे पृथक तमिल राष्ट्र की मांग: जयललिता
भारत करे पृथक तमिल राष्ट्र की मांग: जयललिता
चेन्नई. 27 मार्च 2013
तमिलनाडु विधानसभा में भारत द्वारा श्रीलंका से पृथक तमिल ईलम राष्ट्र
बनाने संबंधी प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पेश करने और श्रीलंका को
भारत का मित्र राष्ट्र कहना बंद करने की मांग उठी है. बुधवार को राज्य की विधानसभा
में इसके संबंध में एक प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित हुआ है. प्रस्ताव में ये मांग
भी उठी है कि केंद्र सरकार श्रीलंका में तमिलों का ‘दमन’ रुकने तथा ‘नरसंहार और
युद्ध अपराध’ के लिए जिम्मेदार लोगों के अंतरराष्ट्रीय जांच का सामना करने तक
कोलंबो पर आर्थिक प्रतिबंध लगाया जाए.
इस प्रस्ताव में यह भी कहा गया है कि श्रीलंका में रहने वाले तमिल नागरिक और दूसरे
देशों में निवास कर रहे श्रीलंकाई मूल के तमिल नागरिकों के बीच अलग तमिल ईलम
राष्ट्र के लिए जनमत संग्रह कराना चाहिए. तमिलनाडु विधानसभा में प्रस्ताव पेश करते
हुए मुख्यमंत्री जयललिता ने श्रीलंका में युद्ध के दौरान तमिलों की हत्या के विरोध
में तमिलनाडु में विद्यार्थियों द्वारा किए जा रहे व्यापक प्रदर्शनों और हड़ताल का
हवाला दिया.
उन्होंने कहा कि छात्रों का इस मुद्दे पर एक साथ आना अच्छा है लेकिन उन्हें अपनी
हड़ताल खत्म कर स्कूल-कॉलेज जाना चाहिए. इसके साथ ही जयललिता ने केंद्र और राज्य की
मुख्य विपक्षी पार्टी द्रमुक पर एक साथ निशाना साधते हुए कहा कि वे श्रीलंका में
2009 में दोनों संघर्ष विराम करवाने में असफल रहे हैं. उन्होंने द्रमुक प्रमुख
करुणानिधी पर श्रीलंका मुद्दे में दोहरी नीति अपनाने का आरोप भी लगाया.