दुश्मनों से लोहा लेगी रोबोट आर्मी
दुश्मनों से लोहा लेगी रोबोट आर्मी
नई दिल्ली. 10 जून 2013
वह दिन दूर नहीं जब युद्ध के मैदान में सैनिकों की जगह रोबोट लड़ाई करते
हुए दिखेंगे. भारत उन चुनिंदा देशों की सूची में शामिल हो गया है जो युद्ध के मैदान
के लिए रोबोट आर्मी तैयार करने की कोशिश कर रहे हैं. रक्षा विभाग ने इसकी
जिम्मेदारी रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) को सौंपी है जो कि इसके लिए
जरूरी कदम उठा रहा है.
डीआरडीओ प्रमुख अविनाश चंदर ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि हम ऐसे रोबोट सैनिक
तैयार कर रहे हैं जो न सिर्फ युद्ध के मैदान में लड़ने के काबिल होंगे बल्कि उनकी
बौद्धिक क्षमता भी काफी ज्यादा होगी. यह रोबोट सैनिक अपने मित्र और दुश्मन में फर्क
कर सकेंगे हालांकि इसके लिए इन्हें पहली बार इनके बीच का फर्क समझाना पड़ेगा.
चंदर ने कहा कि निकट भविष्य में मानवरहित लड़ाइयां लड़ी जाएंगी और बेहतर तकनीक वाला
देश ही इनमें विजय हासिल कर पाएगा. उनके अनुसार इन रोबो सैनिकों को लाइन ऑफ कंट्रोल
(एलओसी) जैसे मुश्किल युद्ध क्षेत्रों में तैनात किया जा सकता है जिससे हम मानव
सैनिकों की अमूल्य जानें बचा सकते हैं.
चंदर के अनुसार अभी तक रक्षा क्षेत्र में रोबोट का इस्तेमाल उच्च विकिरण वाले
इलाकों और बम निष्क्रीय करने के लिए ही किया जाता रहा है लेकिन जल्द ही रोबो सैनिक
युद्ध में दिखेंगे.