राम की शरण में मोदी
राम की शरण में मोदी
फैज़ाबाद. 5 मई 2014
विकास के मुद्दे पर
अपना प्रचार शुरु करने वाली भाजपा वापस राम की शरण के पहुँच गई है. अयोध्या के निकट
स्थित फैजाबाद में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए पार्टी के प्रधानमंत्री पद के
उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने राम का नाम जमकर भुनाया.
राम औऱ अयोध्या के प्रस्तावित राम मंदिर के चित्र लगे मंच से बोलते हुए मोदी ने राम
के नाम की शपथ ली और कहा कि 'मैं श्रीराम की सौगंध खाता हूं कि जिंदगी भर
भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ता रहूंगा.' उन्होंरने यह भी कहा, 'श्रीराम की धरती से मैं
कमल ले जाना चाहता हूं.'
मोदी ने यह भी कहा कि राम की परंपरा के साथ कभी विश्वासघात नहीं होगा. मोदी ने यह
भी कहा कि गांधी जी ने भी रामराज्य की तारीफ की थी. उन्होंने कहा, "प्रभु श्रीराम
की धरती पर आने का सौभाग्य आज प्राप्त हुआ. मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि राम की
परंपरा के साथ वादाखिलाफी नहीं होगी." उन्होंने कहा, "प्राण जाए पर वचन न जाई."
भाजपा के प्रस्तावित राम मंदिर की फोटो लगाने से नाराज कांग्रेस ने इसकी शिकायत
चुनाव आयोग में करवाई है और आयोग ने भी फैजाबाद जिला प्रशासन से रिपोर्ट तलब की है.
इस रैली में मोदी ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि वह हमेशा ही पर्दे के पीछे
रहकर लाभ लेने का काम करती है. उन्होंने कहा कि मां-बेटे की सरकार ने देश के साथ छल
किया है.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रचारक रहे गुजरात के मुख्यमंत्री ने कहा कि
वोट बैंक की राजनीति ने देश को तबाह कर दिया है. देश को जोड़ने वाली राजनीति होनी
चाहिए, तोड़ने वाली नहीं.
इससे पूर्व उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सरदार वल्लभ भाई पटेल के साथ अन्याय किया
है. कांग्रेस ने जो भी योजनाएं बनाई हैं, एक ही परिवार के नाम पर बनाई हैं.
उन्होंने कहा, "पटेल को न्याय दिलाना हमारा काम है. मां-बेटे की सरकार में सरदार
पटेल का नामोनिशान नहीं है. इंदिरा, राजीव के नाम पर चार-पांच हजार योजनाएं चलती
हैं लेकिन पटेल के नाम पर एक भी योजना नहीं है."
मोदी ने कहा, "इतने बड़े महापुरुष के साथ हुए अन्याय का बदला लेने के लिए ही हमने
गुजरात में स्टेच्यू ऑफ यूनिटी का निर्माण करा रहे हैं."