भागवत के भाषण पर मचा बवाल
भागवत के भाषण पर मचा बवाल
नई दिल्ली. 3 अक्टूबर 2014
कांग्रेस एवं वामदलों ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के
स्थापना दिवस पर संगठन प्रमुख मोहन भागवत का भाषण सरकारी चैनल दूरदर्शन पर सीधे
प्रसारित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार की आलोचना की है.
कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने इस प्रसारण को खतरनाक परंपरा बताते हुए कहा है कि
आरएसएस एक विवादास्पद धार्मिक और राजनीतिक संगठन है. उन्होंने कहा, 'यह एक खतरनाक
परंपरा है. यह कोई ऐसा संगठन नहीं है जो पूरी तरह से निष्पक्ष हो. यह एक विवादास्पद
संगठन है.' उन्होंने कहा कि यह सरकार का एक राजनीतिक फैसला है.
वामदल माकपा ने बयान जारी कर कहा है कि "राष्ट्रीय सार्वजनिक प्रसारण सेवा का
आरएसएस जैसे संगठन के प्रमुख के भाषण के सीधे प्रसारण से कोई लेना-देना नहीं है"
दूसरी ओर केंद्र सरकार ने अपने इस फैसले का बचाव किया है. केंद्रीय सूचना प्रसारण
मंत्री प्रकाश जावेड़कर ने कहा कि लोग आरएसएस प्रमुख को सुनना चाहते हैं. उन्होंने
यह भी सवाल उठाया है कि अब तक इस वार्षिक कार्यक्रम को क्यों नहीं दिखाया जाता था.
इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी भाषण का समर्थन करते हुए अपने ट्विटर
अकाउंट पर भाषण का लिंक साझा किया है.