जनगणना 2011 की प्रक्रिया शुरु
जनगणना 2011 की प्रक्रिया शुरु
नई दिल्ली. 1 अप्रैल 2010
राष्ट्रपति श्रीमति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल के विवरण दर्ज करने के साथ देश में
जनगणना-2011 का काम शुरु हो गया. इस प्रक्रिया के तहत देश के एक सौ बीस करोड़ लोगों
के लिंग, काम और शिक्षा के आधार पर वर्गीकरण करेंगे और इसके बाद उन्हें पहचान पत्र
जारी किए जाएंगे. गुरुवार सुबह केंद्रीय गृहमंत्री पी. चिदंबरम गृह सचिव जी.के.
पिल्लै और जनगणना अधिकारी गुरुवार सुबह राष्ट्रपति भवन गए और राष्ट्रपति का विवरण
लेकर इस प्रक्रिया की प्रतीकात्मक शुरुआत की.
जनगणना की यह प्रक्रिया 11 महीनों तक चलेगी और इसके उपर 6000 करोड़ खर्च किए
जाएंगे. जनगणना के नतीजे साल 2011 के मध्य तक आ जाएंगे. उल्लेखनीय है कि भारत में
जनगणना का कार्य हर 10 साल में एक बार किया जाता है और इससे मिली जानकारी का उपयोग
विभिन्न सरकारी नीतियां निर्धारित करने में किया जाता है. यह 15वीं बार ही जब देश
की जनगणना का कार्य किया जा रहा है.
इस वर्ष की जनगणना में अनोखा यह होगा की पहली बार ये जानने की कोशिश की जाएगी कि
देश में इंटरनेट कहां इस्तेमाल किया जा रहा है और कितने प्रतिशत घरों में पानी एवं
शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हैं. इस बार 15 वर्ष से उपर आयु वालों के सभी
व्यक्तियों के छाया चित्र, 10 अंगुलियों के निशान और आंखों की पुतलियों के बारे में
जानकारी शामिल की जाएगी जिससे एक वृहद बायोमैट्रिक डाटाबेस तैयार किया जाएगा. यह
डाटाबेस हिंदी और अंग्रेजी भाषाओं में उपलब्ध होगा.