बांग्लादेश ने किया देयमरी को भारत के हवाले
बांग्लादेश ने किया देयमरी को भारत के हवाले
गुवाहाटी. 1 मई 2010
बांग्लादेश ने शनिवार को आसोम बम विस्फोट के मुख्य अभियुक्त और प्रतिबंधित
उग्रवादी संगठन नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (एनडीएफबी) प्रमुख रंजन देयमरी
को भारत के हवाले कर दिया. देयमरी 30 अक्टूबर 2008 को आसोम में हुए सिलसिलेवार बम
धमाकों में वांछित है. इन बम धमाकों में 100 से ज्यादा लोगों की जानें चली गई थीं.
बांग्लादेश की ओर से बीडीआर ने देयमरी को दो अन्य आतंकियों के साथ सीमा सुरक्षा बल
(बीएसएफ) को मेघालय के दावकी अंतराराष्ट्रीय सीमा के पास सौंपा. इसके बाद बीएसएफ के
अधिकारियों ने उसे आसोम पुलिस के हवाले कर दिया. पुलिस सूत्रों के मुताबिक देयमरी
को बांग्लादेश के शेरपुर जिले के जिनाईघाटी शहर में 17 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया
था और अब तक उसे बांग्लादेश पुलिस की कस्टडी में रखा गया था.
रंजन देयमरी ने अक्टूबर 1986 में बोडो सुरक्षा बल के नाम से एक संगठन बनाया और
पश्चिमी आसोम में निवासरत बोडो जनजाति के लिए अलग राज्य बोडोलैंड की मांग की. इसके
बाद 1994 बोडो सुरक्षा बल का नाम बदल कर नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड
(एनडीएफबी) कर दिया गया. ये संगठन लगातार उग्रवादी गतिविधियों में लिप्त रहा. इसे
बाद में भारत सरकार द्वारा प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन घोषित कर दिया गया. बताया
जाता है कि एनडीएफबी के अन्य आतंकी संगठन उल्फा से काफी गहरे संबंध है और दोनों
उग्रवादी गुटों ने कई साजिशों को साथ मिल कर अंजाम दिया है.